शनिवार, 23 फ़रवरी 2013

गायब हो गया जहाज का स्टाफ


31 जनवरी 1921 की सुबह नॉर्थ कैरोलिना के केप हैटेरास पर एक जहाज देखा गया। आश्चर्य की बात ये थी कि जहाज पर मौजूद 11 लोगों के स्टाफ में से किसी का भी अता-पता नहीं था। समुद्री घटनाओं के इतिहास में ये सबसे बड़ा रहस्य है। ज्यादातर लोगों का दावा है कि ये लोग बरमूडा ट्राएंगल के शिकार हो गए थे। इसी तरह कुछ का मानना है कि समुद्री लुटेरों का ये काम है।
कैरोल ए डीरिंग नाम का ये जहाज 225 फीट लंबा और 45 फीट चौड़ा था। इसे खासतौर पर कागरे शिपिंग के लिए 1919 में तैयार किया गया था। इसके अलावा इसमें कई लक्झरी साधन तैयार किए गए थे।
19 अगस्त 1920 को ये जहाज नॉरफॉल्क से रियो डी जेनेरियो के लिए कोयला लेकर निकला था। जहाज के कैप्टन विलियम एच मेरिट थे। उनकी टीम में उनका बेटा सीवाल भी था। अगस्त के अंत तक विलियम की तबीयत खराब हो गई और वे अपने बेटे के साथ पोर्ट ऑफ लेविस में उतर गए।
इसके बाद 66 वर्षीय डब्ल्यूबी वॉर्मेल को नया कैप्टन बनाया गया। वॉर्मेल पहली यात्रा आराम से पूरी करके लौट आए थे। इसके बाद सितंबर 1920 में वे फिर से रियो डी जेनेरियो के लिए निकले थे। इस दौरान ये रहस्यमयी घटना घटी थी। अमेरिका की सरकारी एजेंसियों ने काफी जांच की लेकिन कुछ पता नहीं चल सका कि जहाज का स्टाफ कहां गया। ये आज तक राज़ है।

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