रविवार, 24 मार्च 2013

विश्व जल दिवस पर विशेष World Water Day

मार्च 2 2 

आज के मुकाबले 2 0 5 0  तक हमें बीस प्रतिशत अधिक पानी की  जरुरत होगी अन्न उगने के लिये. भविष्य बचाना है तो आज से ही अपना वाटर फुटप्रिंट घटाना शुरू कर दिजिये. 
क्या है वाटर फुटप्रिंट 
पानी के सामान्य उपयोग के विपरीत यह वस्तुओ और सेवाओं के उत्पादन के लिए उपयोग में आये पानी का कुल लेख जोखा है. यानी चाहे जींस हो या फिर चावल , दोनों के उत्पादन में पानी जो खर्च हुआ है, वह उसका वाटर फुटप्रिंट है. मांसाहार की तुलना में शाकाहार में कम पानी इस्तेमाल होता है. आप अपने लाईफ स्टाईल और फ़ूड हैबिट्स के आधार पर अपना फुटप्रिंट पता कर सकते है. http://www.waterfootprint.org/?page=cal/WaterFootprintCalculator

अमेरिका का वाटर फुट प्रिंट ज्यादा है जो की 2 5 0 0 क्यूबिक मीटर प्रतिवर्ष . क्योकि वहाँ मांस खाने वाले लोगों तादाद ज्यादा है. 
जबकि  भारत का वाटर फुट प्रिंट 9 8 0 क्यूबिक मीटर प्रतिवर्ष है . क्योकि यहाँ की तीस प्रतिशत से ज्यादा की आबादी शाकाहारी है. 
यदि सभी धरतिवासी एक ओसत अमेरिकी जैसी जिंदगी जियें तो हमें पृथ्वी जैसे 3.5  ग्रह की जरुरत 
होगि. 


सुविचार:
जल देवता है.  इस देवता को दूषित और नष्ट करने वाले खुद विनाश को प्राप्त होते है. 


शनिवार, 23 मार्च 2013

आप की तरक्की में बाधक कौन

एक कंपनी के कर्मचारी जब लंच कर के वापस आये तो नोटिस बोर्ड पर एक नोटिस लगा था कि कल कंपनी का एक कर्मचारी का निधन हो गया जो आप कि तरक्की को रोके हुए था - उसकी श्रद्धांजलि सभा में सबको मीटिंग हाल में बुलाया गया था | सब नियत समयपर पहुचे तो मीटिंग हाल में सफ़ेद पर्दा पड़ा था - सब मे कौतुहल था कि आखिर कौन कर्मचारी का देहांत हो गया - कौन उनकी तरक्की को रोके हुए था - सभी लोगो से अनुरोध किया गया कि आप एक एक कर के परदे के पीछे जाये और उस कर्मचारी को श्रद्धांजलि दे | कर्मचारी उस परदे के पीछे जाते और अवाक् होकर बाहर निकलते - उसका राज़ आखिर क्या था - अंत में कंपनी के एक बड़े अधिकारी उस परदे के पीछे जाते है - उस दीवार पर लगी तस्वीर को देख कर वो भी अवाक् रह जाते है - ऐसा क्या था उस तस्वीर में ?.
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वास्तव में वो कोई तस्वीर नथी वो एक "आइना" था और उसके नीचे लिखा था दुनिया में केवल एक ही व्यक्ति था जो आप कि तरक्की में बाधा था वो स्वयं आप - जब आप अपने अधीनस्थ कर्मचारियो से बिना किसी वैयक्तिक प्रेम के एक जैसा व्यवहार करने लगेगे, और उनके नकारात्मक विचारो से पहले अपने को दोषरहित करेंगे - फिर आप को सीमाओ में कोई नहीं बांध पायेगा - आप बहुत तरक्की करेंगे...   

शुक्रवार, 22 मार्च 2013

ज्ञान की सार्थकता


एक व्यक्ति एक प्रसिद्ध संत के पास गया और बोला गुरुदेव मुझे जीवन के सत्य का पूर्ण ज्ञान है | मैंने शास्त्रों का काफी ध्यान से अध्ययन किया है | फिर भी मेरा मन किसी काम में नही लगता | जब भी कोई काम करने के लिए बैठता हूँ तो मन भटकने लगता है तो मै उस काम को छोड़ देता हूँ | इस अस्थिरता का क्या कारण है ? कृपया मेरी इस समस्या का समाधान कीजिये |
संत ने उसे रात तक इंतज़ार करने के लिए कहा रात होने पर वह उसे एक झील के पास ले गया और झील के अन्दर चाँद का प्रतिविम्ब को दिखा कर बोले एक चाँद आकाश में और एक झील में, तुमारा मन इस झील की तरह है तुम्हारे पास ज्ञान तो है लेकिन तुम उसको इस्तेमाल करने की बजाये सिर्फ उसे अपने मन में लाकर बैठे हो, ठीक उसी तरह जैसे झील असली चाँद का प्रतिविम्ब लेकर बैठी है |
तुमारा ज्ञान तभी सार्थक हो सकता है जब तुम उसे व्यवहार में एकाग्रता और संयम के साथ अपनाने की कोशिश करो | झील का चाँद तो मात्र एक भ्रम है तुम्हे अपने काम में मन लगाने के लिए आकाश के चन्द्रमा की तरह बनाना है, झील का चाँद तो पानी में पत्थर गिराने पर हिलने लगता है जिस तरह तुमारा मन जरा-जरा से बात पर डोलने लगता है |
तुम्हे अपने ज्ञान और विवेक को जीवन में नियम पूर्वक लाना होगा और अपने जीवन को जितना सार्थक और लक्ष्य हासिल करने में लगाना होगा खुद को आकाश के चाँद के बराबर बनाओ शुरू में थोड़ी परेशानी आयेगी पर कुछ समय बात ही तुम्हे इसकी आदत हो जायेगी |


सुविचार:
एक बार सहायता न करने पर
पहले की गयी समस्त
सहायताओं की गिनती
समाप्त हो जाती है l

गुरुवार, 21 मार्च 2013

ठण्डी रोटी का अर्थ

एक लड़का था. उसकी माँ ने उसका विवाह कर दिया. लेकिन लड़का कुछ नहीं कमाता था. माँ जब भी उसको रोटी परोसती थी, तब वह कहती कि बेटा, ठंडी रोटी खा लो. लड़के की समझ में यह नहीं आया कि माँ ऐसा क्यों कहती है. फिर भी वह चुप रहा. एक दिन उसकी माँ काम से बाहर गई तो जाते समय अपनी बहू को कह गई कि जब लड़का आए तो उसे रोटी परोस देना. रोटी परोसकर कह देना कि ठण्डी रोटी खा लो. उसने अपने पति से वैसा हीं कह दिया तो वह चिढ़ गया कि माँ तो कहती हीं है, यह भी कहना सीख गई. वह अपनी पत्नी से बोला कि बताओ, रोटी ठण्डी कैसे हुई ? रोटी भी गर्म है, दाल-साग भी गर्म हैं, फिर तू ठण्डी रोटी कैसे कहती है ? वह बोली कि यह तो माँ जाने. माँ ने मुझे ऐसा कहने के लिए कहा था, इसलिए मैंने कह दिया. वह बोला कि मैं रोटी नहीं खाऊंगा. माँ तो कहती ही थी, तू भी सीख गई.
माँ घर आई तो उसने बहू से पूछा कि क्या लड़के ने भोजन कर लिया ? वह बोली कि उन्होंने तो भोजन किया हीं नहीं, उल्टा नाराज हो गए. माँ ने लड़के से पूछा तो वह बोला कि माँ, तू रोजाना कहती थी कि ठण्डी रोटी खा लो और मैं सह लेता था, अब यह भी कहना सीख गई. रोटी तो गरम होती है, तू बता कि रोटी ठण्डी कैसे है ? माँ ने पूछा कि ठण्डी रोटी किसे कहते हैं ? लड़का बोला- सुबह की बनाई हुई रोटी शाम को ठण्डी होती है. ऐसे ही एक दिन की बनाई हुई रोटी दूसरे दिन ठण्डी होती है. बासी रोटी ठण्डी और ताजी रोटी गरम होती है. माँ ने कहा- बेटा, अब तू विचार करके देख. तेरे बाप की जो कमाई है, वह ठण्डी बासी रोटी है. गरम, ताजी रोटी तो तब होगी, जब तू खुद कमाकर लाएगा. लड़का समझ गया और माँ से बोला कि अब मैं खुद कमाऊँगा और गरम रोटी खाऊंगा.

सुविचार:

 एक को मजबूती से पकड़ लो तो अनेकों की चापलूसी नहीं करनी पड़ेगी ।

बुधवार, 20 मार्च 2013

अंतर्राष्ट्रीय ख़ुशी दिवस International Happiness Day


आज ( २० मार्च २० १ ३ ) दुनिया मना रही है ख़ुशी  समर्पित पहला दिन
पिछले साल संयुक्त राष्ट्र संघ के 193 सदस्य देशों ने सर्वसम्मति से २० मार्च को हैप्पीनेस डे के रूप में मनाने का फैसला किया था . इसका उद्देश्य है की आंकड़ो के बजाय ख़ुशी के पैमाने से विकास को आंकना . हो सकता है अगले कुछ वर्षों में युएन जीडीपी के बजाय ग्रास हैप्पीनेस इंडेक्स को ही अपना ले .

छोटी बातों में बड़ी ख़ुशी
+ आज के डिजिटल युग में हाथ से लिखा पत्र मिलने पर .
+ दोपहर की नींद जब भी मिल जाए .
+ किसी की मदद करें और वो खुश हो जाए .
+ पुराने दोस्त या फोटो दिख जाए .
+ पुराने कपड़ो या किताबों से कोई नोट मिल जाए .
+ बच्चों के साथ रेत की किल्ले बनाने पर .
+ रेडियो पर पसंद का गाना चल पड़े और साथ साथ हम भी गुनगुनाते रहे.



सुविचार:
सफलता को सिर पर चढ़ने न दे
और
असफलता को दिल में उतरने न दे

रविवार, 3 मार्च 2013

कम्प्यूटर से सिरदर्द Headache Due To Computer Usage


कम्प्यूटर पर काम करने के चलते सिरदर्द की शिकायत करने वाले किशोरों की संख्या बढती जा रही है. तंत्रिका वैज्ञानिकों ने इसके लिए आँखों और  मस्तिष्क पर पड़ने वाले दबाव को जिम्मेदार बताया है. फोर्टिस हस्पताल के तंत्रिका वैज्ञानिकों ने कहा है की देश में बड़े शहरों के किशोरों में कम्प्यूटर लैपटॉप वीडियो गेम्स और अन्य इलैक्त्रोनिक्स उपकरण के बड़ते इस्तेमाल से उन्हें सिरदर्द की शिकायत का सामना करना पड़  रहा है. उन्होंने बताया की हालांकि इस विषय पर कोई व्यवस्थित अध्ययन नहीं किया गया है. उन्होंने बताया की  लोगों में माईग्रेन से होने वाले सिरदर्द की तुलना में तनाव से होने वाले सिरदर्द की ज्यादा शिकायत है. तंत्रिका विज्ञानी ने कहा की आम समस्या को नज़रंदाज़ नहीं किया जा सकता . क्योकि सिरदर्द अन्य रोगों का भी लक्षण है और ये अपने आप में ही एक बिमारी है. 
एक अन्य वैज्ञानिक ने बताया की सिरदर्द की अवधि पर गोर कीजिये, अगर यह लम्बे समय से है तो चिकित्सक से परामर्श किजिये. 

पीने का बहाना Wine Benefits


किसी ने सही ही कहा है की पीने वालो को पीने का बहाना चहिये. शराब पीने वालो को शराब पीने का एक और बहाना मिल गया है. एक नए शोध में पता चला है की कम मात्रा में शराब का सेवन करने से हृदय रोग की आशंका कम हो जाती है. 
शराब पीने वाले अब कह सकते है की दिन के एक या दो पेग पीने से वो डाक्टर को दूर रख रख सकते है. इस शोध के मुताबिक कम शराब पीने वाले न केवल ज्यादा स्वस्थ रहते है,बल्कि उनकी हृदय रोग की आशंका भी कम हो जाती है. शोध के अनुसार शराब का ज्यादा सेवन स्वस्थ के लिए हानिकारक है. लेकिन कम सेवन स्वास्थ्य को सुधरता है. शोधकर्ताओं के मुताबिक कम मात्रा में अल्कोहल का सेवन रक्त में कोलेस्ट्रोल के स्तर सहित अन्य तत्वों के स्तर पर भी सुधार ल सकता है. इससे हृदय की सुरक्षा में मदद मिल सकती है और रक्त वहिनाओ के अवरुद्ध होने का खतरा कम होता है. 
Sooooooooo CHEEEERSSSSSSS...........
पियो मगर हिसाब से……  

सूर्य से परे सबसे बड़े सौरमंडल की खोज


खगोलविदों ने धरती से 127 प्रकाश वर्ष दूर एक विशाल सौरमंडल की खोज की है। इसमें सात ग्रह हैं, जो सूर्य के समान तारे की परिक्रमा लगा रहे हैं। छह साल के शोध के बाद खगोलविदों ने दावा किया है कि हमारे सूर्य से परे इससे बड़े सौरमंडल की खोज पहले कभी नहीं की गई। इसके पांच ग्रहों का आकार धरती की तुलना में 13 से 25 गुना के बीच बड़ा है।
‘द टेलीग्राफ’ में डॉ. क्रिस्टोफी लोविस के हवाले से कहा गया है कि नए सौरमंडल में पांच ग्रह होने की पुष्टि हो गई है, जबकि दो अन्य की मौजूदगी के बारे में ठोस प्रमाण मिले हैं। इसमें ग्रहों के बीच की दूरी हमारे सौरमंडल के समान ही है।
इसके ग्रहों के बीच गुरुत्वाकर्षण की अंत:क्रिया बेहद जटिल है। इसके अध्ययन से खगोलविदों को सौरमंडल के विकास की प्रक्रिया को समझने में मदद मिलेगी। यूरोपियन सदर्न ऑब्जर्वेटरी के खगोलविदों ने डॉ. लोविस के नेतृत्व में ही यह शोध किया था। 

अब तक 15 सौरमंडल:
खगोलविद अब तक ऐसे 15 सौरमंडलों की खोज कर चुके हैं, जिनमें कम से कम तीन ग्रह हैं। इससे पहले ‘कैंससिरी’ सौरमंडल की खोज की गई थी। उसमें पांच ग्रह और दो गैस पिंड थे।

नए सौरमंडल पर एक नजर
+ इसके मुख्य तारे का नाम ‘एचडी 10180’ है। यह धरती से 127 प्रकाश वर्ष दूर ‘हाइड्रस’ स्थित दक्षिणी तारापुंज में है।
+ इसके पांच ग्रहों का द्रव्यमान नेपच्यून के समान है। इन ग्रहों का आकार धरती के मुकाबले 13 से 25 गुना ज्यादा है।
+ अपने पैतृक तारे से इन ग्रहों की दूरी धरती से सूर्य की दूरी के मुकाबले 0.06 से 1.4 गुना ज्यादा है।
+ इन ग्रहों की परिक्रमा अवधि छह से लेकर छह सौ दिनों के बीच है।
+ इसमे शनि जैसे एक अन्य ग्रह की मौजूदगी के ठोस प्रमाण मिले हैं।
संभवत: एक अन्य ग्रह भी है, जिसका द्रव्यमान धरती की तुलना में 1.4 गुना ज्यादा है।
+ यह अपने तारे के बेहद नजदीक है। इसका एक साल धरती के सिर्फ 1.18 दिन के बराबर है।
+ यह ग्रह चट्टानी है और इतना गर्म है कि वहां जीवन संभव नहीं है।
+ खगोलविद अब तक ऐसे 15 सौरमंडलों की खोज कर चुके हैं, जिनमें कम से कम तीन ग्रह हैं।