मंगलवार, 30 अप्रैल 2013

चन्द्रगुप्त व चाणक्य - chandragupta and chanakya

चन्द्रगुप्त व चाणक्य के बीच राज्याभिषेक से पहले संवाद

चाणक्य : ये क्या सुन रहा हूँ मैं चन्द्रगुप्त
चन्द्रगुप्त : आपने ठीक ही सुना है आचार्य, नहीं बनना मुझे मगद का सम्राट
चाणक्य : क्यों !
चन्द्रगुप्त : जब से यहाँ आया हूँ अपनी इच्छा से सांस तक नहीं ले सका हूँ। आपने मुझे एक स्वपन दिया था चक्रवती सम्राट का, चक्रवती साम्राज्य का लेकिन यहाँ आने के बाद पता चला के विष्णुगुप्त के लिए सम्राट एक वेतन लेने वाले नौकर से बढकर कुछ नहीं।
चाणक्य : तूने ठीक ही सुना है चन्द्रगुप्त। मेरे लिए सम्राट एक नौकर से बढकर कुछ नहीं।
चन्द्रगुप्त : तो रखिये अपना साम्राज्य मुझे नहीं बनना सम्राट अगर यही सुख है सम्राट बनने का।
चाणक्य : चन्द्रगुप्त! तुझे सुखी होना है।
चन्द्रगुप्त : क्या सम्राटों को सुखी नहीं होना चाहिए।
चाणक्य : मूर्ख! जब तक तेरे साम्रज्य में एक भी व्यक्ति भूखा है तो क्या तू सुखी रह पायेगा। सुख शिक्षक और सम्राटों के भाग्य में नहीं होता। भूल गया तू चन्द्रगुप्त मैंने तुझे साम्राज्य देने का वचन दिया था सुख देने का नहीं। भूल गया तू के प्रजा के हित में ही राजा का हित है। प्रजा के सुख में ही राजा का सुख है, सुख चाहता है तो पहले प्रजा को सुखी बना। तूने साम्राज्य अर्जित किया है सुख
अर्जित करने का मार्ग तेरे आगे खुला है।

मित्रो चन्द्रगुप्त अपने जीवन के अन्तकाल में 40 दिनों तक भूखा रहता है क्योंकि उस समय भयंकर अकाल पडा था।

गुरुवार, 25 अप्रैल 2013

साईं के रहस्य Sai Baba


साईं के रहस्य फिल्म में साईबाबा की भूमिका निभा चुके अशोक बागुल आज भी भीख मांग रहे है।  दरअसल, फिल्म में काम मिलने से पहले भी वह साईबाबा के वेश में भीख मांगते थे।  इसी वजह से उन्हें फिल्म के लिए चुन गया था।  बागुल ने फिल्म के मेहनताने के रूप में एक रूपया भी नहीं लिया।  वह औरंगाबाद से मनमाड रेलमार्ग पर साईबाबा के वेश में भीख मांगते है।  इस फिल्म की शूटिंग शिर्डी, अजमेर, नोएडा में हुयी थी।  इस दौरान भी बागुल सबको चकमा देकर भीख मांगने निकल पड़ते थे।


सुविचार-
पुस्तकें आपके मस्तिष्क को खोलती है,
विस्तार देती है,
और आपको इस तरह से सुद्रिन करती है जैसा कोई और नहीं कर सकता।

शनिवार, 13 अप्रैल 2013

आनंद व् शांति के मायने


एक बार एक मछुआरा समुद्र किनारे आराम से छांव में बैठकर शांति से बीडी पी रहा था। अचानक एक बिजनैसमैन वहाँ से गुजरा और उसने मछुआरे से पूछा "तुम काम करने के बजाय आराम क्यों फरमा रहे हो?"

इस पर गरीब मछुआरे ने कहा "मै आज के लिये पर्याप्त मछलियाँ पकड चुका हूँ ।"
यह सुनकर बिज़नेसमैन गुस्से में आकर
बोला "यहाँ बैठकर समय बर्बाद करने से बेहतर है कि तुम क्यों ना और मछलियाँ पकडो ।"

मछुआरे ने पूछा "और मछलियाँ पकडने से
क्या होगा ?"

बिज़नेसमैन : उन्हे बेंचकर तुम और ज्यादा पैसे कमा सकते हो और एक बडी बोट भी ले सकते हो ।

मछुआरा :- उससे क्या होगा ?

बिज़नेसमैन :- उससे तुम समुद्र में और दूर तक जाकर और मछलियाँ पकड सकते हो और ज्यादा पैसे कमा सकते हो ।

मछुआरा :- "उससे क्या होगा?"

बिज़नेसमैन : "तुम और अधिक बोट खरीद सकते हो और कर्मचारी रखकर और अधिक पैसे कमा सकते हो ।"

मछुआरा : "उससे क्या होगा ?"

बिज़नेसमैन : "उससे तुम मेरी तरह अमीर
बिज़नेसमैन बन जाओगे ।"

मछुआरा :- "उससे क्या होगा?"

बिज़नेसमैन : "अरे बेवकूफ उससे तू अपना जीवन शांति से व्यतीत कर सकेगा ।"

मछुआरा :- "तो आपको क्या लगता है, अभी मैं क्या कर रहा हूँ ?!!"

बिज़नेसमैन निरुत्तर हो गया ।

मोरल – "जीवन का आनंद लेने के लिये कल का इंतजार करने की आवश्यकता नहीं । और ना ही सुख और शांति के लिये और अधिक धनवान बनने की आवश्यकता है । जो इस क्षण है, वही जीवन है। दिल से जियो" ।


सुविचार-
 दूसरों को सहयोग देना ही 
उन्हें अपना सहयोगी बनाना है

बुधवार, 3 अप्रैल 2013

छोटी जगह का बड़ा उपयोग Interior



सीढ़ियों के यनीचे खाली जगह को रसोई, अलमारी, साईकिल रखने के लिए या ऑफिस में बदलने से इसका फायदा उठाया जा सकता है । आप इनमेसे किसी भी तरीके को अपना सकते है -

+ सीढ़ियों के नीचे रसोई खूबसूरत दिखेगी । ऐसा तभी करें जब घर में जगह की तंगी हो । इस जगह में माड्युलर किचन की मदद से रसोई सैट करना आसान होगा । इससे चुल्हा गैस व सिंक की टैंशन नहीं रहेगी । दीवार पर अलमारी या स्लैब बनाकर बर्तन रख लें । दाल मसालें या रसोई में इस्तेमाल होने वाली दूसरी चीजों को रखने के लिए स्पाइस वाल बना सकते है । इसमें लकड़ी के छोटे छोटे ब्लॉक बनाए । इनमे छोटी बोतले, मसालें रखने से दीवार खूबसूरत दिखेगी ।

+ खाली ज़गह पर जूते या घर का पुराना समान रखना पुराना कान्सेप्ट है । इस जगह पर बच्चो की साइकिल या बाइक को आसानी से रखा जा सकता है । बाकि जगह पर छोटे बड़े शैल्फ लगाकर फोटोफ्रेम, डेकोरेशन का समान जैसे वास आदि रखें । इस जगह को एक्स्ट्रा स्टोर की तरह इस्तेमाल कर सकते है ।

+ यहां पर स्टडी कार्नर या ऑफिस भी अच्छा दिखेगा । यह जगह इन दोनो चीजों के लिए परफैक्ट है । टेबल पर कम्प्यूटर या लैपटॉप रखिए । और आगे वाली दिवार पर शेल्फ़ बनाकर किताबें व स्टेशनरी का बाकी समान रख सकते है ।

+ इस जगह को सिटिंग लाउंज में बदला जा सकता है । ये माडॅर्न कांसेप्ट है । इसके लिए लो-लेवल सोफा लगाएं । सीढ़ियों के बिल्कुल नीचे वाली जगह पर पेंटिंग लगा सकते है । यहां फायरप्लेस या एलसीडी भी रख सकते है ।


सुविचार-
समय का सदुपयोग करनें की कला जिसमे आ गयी,
उसने सफलता के रहस्य को समझ लिया।