सोमवार, 31 दिसंबर 2012

जब गांधीजी ने किया चोर का सत्कार Magic Of Forgiveness


 उन दिनों  गांधी  जी साबरमती आश्रम में थे।एक दिन जब सभी लोग आश्रम में सो गए , तभी वहां एक चोर घुस आया। हालाँकि आश्रम में चुराने के लिए ऐसा कोई भी सामान नहीं था, किन्तु चोर नासमझ था। चोर के घुसने से हुयी आवाज़ से आश्रम के कुछ लोगो की नींद खुल गयी थी। उन्होंने चोर को पकड़ लिया था। सभी ने मिलकर उसे कोठरी में बंद कर दिया था।गांधीजी भी उस समय सो रहे थे, और गहरी नींद में थे, इसलिए उन्हें इस घटना के विषय में रात को कुछ पता नहीं चला।
सुबह जब वो उठे तो आश्रम के प्रबंधक ने उन्हें घटना की जानकारी दी।चोर को गांधीजी के सामने लाया गया।चोर उनके सामने डरा हुआ सर झुकाए खड़ा था।दरअसल उसे पुलिस को सोंपे जाने का डर सता रहा था,किन्तु गांधीजी ने   उसकी आशा के विपरीत उससे पूछा- 'तुमने नाश्ता किया ?' वह हैरानी से उन्हें देखने लगा और कुछ भी बोल नहीं पाया।तब गांधी ने प्रबंधक से पूछा,तो वह बोल-'बापू! यह तो चोर है। नाश्ते का सवाल ही कहा उठता है?' यह सुनते ही गाँधी जी ने दुखी होकर कहा - 'क्यों, क्या यह इंसान नहीं है ? इसे ले जाओ और नाश्ता कराओ।'
गांधीजी के हृदय से निकली इस क्षमा को देखकर चोर की आँखों से प्रायश्चित के आंसू बहने लगे। वह सदा के लिए सुधर गया। और भविष्य में कभी चोरी न करने की कसम खायी।
सार यह है की क्षमाशील व्यक्ति प्रणम्य और अनुकरणीय होता है, क्योकि क्षमा उसे बडप्पन देती है और क्षमा पाने वाले को सुधार का मार्ग दिखाती है।


सुविचार 

स्वार्थ में अच्छाईयाँ ऐसे खो जाती है जैसे समुन्द्र में नदियाँ।

रविवार, 30 दिसंबर 2012

दाम्पत्य जीवन से सीख Lessons Of Married Life

किसी भी जीवन शैली की सबसे ऊँची स्थिति है फकीराना अंदाज । हर धर्म के पास ऐसे फकीर मिजाज लोग रहे है । बल्कि इस संत वृत्ति ने ही कुछ धर्मो को बचा रखा है । भारत ने इस प्रवृत्ति को सुंदर प्रबंधकीय तरीके से जोड़कर एक नाम दिया है, वह है सन्यास । तीन तरीके यहाँ पहुँचा गया है । पहला ब्रह्मचारी रहते हुए लोगो ने सीधा सन्यास में छलांग लगा दी । दूसरे वे है, जो गृहस्थ रहे और परिस्थितिवश गृहस्थी से मुक्त हो कर सन्यासी बन गए । तीसरी स्थिति यह है कि गृहस्थी में है और यहाँ रहकर सन्यासी की तरह जी रहे है । एक चौथा वर्ग ऐसा भी है , जो नाम को कहला तो सन्यासी रहे है, लेकिन वस्त्रो के पीछे, आवरण के नीचे पूरी तरह से दुनियादारी में उलझे है ।
सन्यास एक और अर्थ है कि मनुष्य पूरी तरह से पशुत्व से देवत्व की ओर चला जाए ।भारत ने इसके लिए एक और सुंदर व्यवस्था दी है । वैवाहिक जीवन, इसमे रहकर मनुष्य त्याग और आत्मीयता का पाठ पढ़ता है । स्त्री पुरूष जब गृहस्थी बसाते है, तब संतान भी पैदा होती है । जीवन में संतान आते ही त्याग, प्रेम, साहचार्य के सही अर्थ समझ में आने लगते है ।
माता पिता बनने के बाद आत्म विलिकरण जैसी स्थिति समझ में आने लगती है । जिन्हें सीधे छलांग लगाकर सन्यास जैसी स्थिति का अवसर न मिला हो , वे गृहस्थी से गुजरकर इसका लाभ उठाएं ।विरक्ति और योग की लक्ष्मण रेखा दाम्पत्य जीवन में सरलता से देखी जा सकती है । आकांक्षाए कैसे सत् की ओर मोड़ी जाए , यहाँ समझ में आएगा । लहरो पर रहते हुए उसकी उमंग व समुन्द्र की गहराई का स्पर्श दोनो गृहस्थी में है । और फिर सन्यास अपनाना अलग ही आनन्द का विषय होगा ।
- पं. विजयशंकर मेहता


सुविचार 

जो लोग धर्म के काम में हाथ बंटाते है, उनके हाथ कल्प वृक्ष की भाँति हो जाते है ।

बलात्कार की सबसे बुरी सजाये Brutal Tortures For Rapist


1. लटकाना


बलात्कारी के हाथों को बांधकर पीठ के पीछे से किसी ऊंचाई पर बाँध देने चाहिए। और साथ ही उसके पाँव में कोई वजनी वस्तु बाँध देनी चाहिए। और बलात्कारी को मरने तक इसी तरह तडपते रहने देना चाहिए।

2. बहुत अधिक/कम तापमान


बलात्कारी को बहुत ही अधिक ( 50 डिग्री से अधिक ) या बहुत ही कम ( 0 डिग्री से कम ) तापमान पर निर्वस्त्र रखना चाहिए। ये सजा उसे रोज़ 10 घंटे मरने तक देनी चाहिए।

3. लिंग काटना

बलात्कारी के लिंग को काट कर उसे जीने के लिए छोड़ देना चाहिए। इससे उसके बाकी का सारा जीवन उसे सजा लगेगा।

4. सोने न देना


बलात्कारी को सोने नहीं देना चाहिए। क्योकि नींद के वेग को कोई भी रोक और नकार नहीं सकता। नींद आने पर उसे डंडे लगाने चाहिए और तेज रोशनी दिखानी चाहिए।

5. पानी डालना


बलात्कारी के मुंह पर लगातार अधिक मात्रा में पानी डालना चाहिए। इस से उसे सांस लेने में दिक्कत होगी और उसके फेफड़े भी क्षतिग्रस्त हो जाएँगे।

6. खड़े रखना


यह बलात्कारी के लिए बहुत ही सरल परन्तु पीड़ादायक सजा है। बलात्कारी को लगातार एक जगह पर खड़े रखने चहिये। उसे बैठने या जगह बदलने न देना चाहिए। इस से कुछ समय पश्चात उसके पाँव व् टांगें काम करना बंद कर देंगे।

7.  छोटे घाव


बलात्कारी को लगातार छोटे छोटे घाव देने चाहिए। इस से वह बहुत ही कष्टदायक मृत्यु को प्राप्त होगा।

8. अप्राक्रतिक सम्भोग

बलात्कारी के लिए ये ही सबसे बड़ी और सबसे सही सजा होगी।

शनिवार, 29 दिसंबर 2012

गैंग रेप पिड़िता का सिंगापुर में निधन Gangrape Victim Died In singapore



दिल्ली में चलती बस में सामूहिक बलात्कार की शिकार हुई लड़की ने आज तड़के दम तोड़ दिया और उसका पार्थिव शरीर विशेष चार्टर्ड विमान से दोपहर को भारत भेजा जाएगा ।
सिंगापुर ले जाने से पहले पीड़ित दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में भर्ती थी जहां उसके तीन ऑपरेशन किए गए। वहां भी अधिकतर समय उसे वेन्टीलेटर पर ही रखा गया था। चोट और संक्रमण की वजह से डॉक्टरों ने उसकी आंत का बहुत बड़ा हिस्सा निकाल दिया था।

पीड़ित ने आज तड़के भारतीय समयानुसार दो बज कर 15 मिनट पर सिंगापुर के माउंट एलिजबेथ अस्पताल में दम तोड़ दिया। राष्ट्रपति ने उसके निधन पर गहरा दुख जाहिर किया है।

भारत में चार्टर्ड विमान के दोपहर को तीन से चार बजे के बीच (भारतीय समयानुसार बारह बज कर तीस मिनट से एक बज कर तीस मिनट के बीच) यहां पहुंचेगा। लड़की की पार्थिव देह के अंतिम संस्कार के बारे में उसके परिवार ने अभी कोई फैसला नहीं किया है।

मौत के बाद इंडिया गेट पर प्रदर्शनकारियों को पहुंचने से रोकने के लिए ऐहतियातन दिल्ली पुलिस ने मध्य दिल्ली के दस मेट्रो स्टेशन अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दिये हैं । इंडिया गेट के आसपास के इलाकों में चप्पे चप्पे पर पुलिस बल तैनात किया गया है ।

गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि जिन स्टेशनों को बंद किया गया है, वे या तो इंडिया गेट या फिर रायसीना हिल्स के करीब हैं । इन्हीं दो जगहों पर पिछले सप्ताह उग्र प्रदर्शन हुआ था और पुलिस को बलप्रयोग करना पडा था ।

अधिकारी के मुताबिक जिन स्टेशनों को बंद किया गया है, वे प्रगति मैदान, मंडी हाउस, बाराखंभा रोड, राजीव चौक, पटेल चौक, केन्द्रीय सचिवालय, उद्योग भवन, रेस कोर्स, खान मार्केट और जोरबाग हैं ।

दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने 23 साल की लड़की के साथ सामूहिक बलात्कार को बतौर प्रशासक अपने लिए ‘शर्मनाक घटना’ करार देते हुए पीड़िता की मौत पर गहरे दुख का इजहार किया है। शीला ने लोगों से इसके साथ ही अपील की है कि वे शांति बनाए रखें। उन्होंने कहा कि इस तरह की वीभत्स घटना दोबारा नहीं हो, यह सुनिश्चित करना चाहिए।

केन्द्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिन्दे ने आज वायदा किया कि कानून को और कड़ा किया जाएगा ताकि इस तरह की वारदात की पुनरावृत्ति को रोका जा सके। शिन्दे ने कहा कि 23 वर्षीय छात्रा को सच्ची श्रद्धांजलि यही होगी कि बलात्कार के दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा मिले।
नई दिल्ली में धरा 144 लागू।

दिसम्बर 29,2012 14:50
एयर इंडिया का विशेष विमान लड़की का शव लेने सिंगापुर पहुँचा। 20:00 बजे तक भारत पहुँचने की उम्मीद ।
जंतर मंतर पर लोगो के विरोध के चलते शीला दिक्षित को वापिस लौटना पड़ा ।
दिसम्बर 30,2012 को भी मेट्रो स्टेशन बंद रहेंगे।

(स्त्रोत जी न्यूज़ )

बुधवार, 26 दिसंबर 2012

वर्चुअल एडिक्शन Virtual Addiction

बीटेक की स्टुडेंट क.ख.ग. और इंटरनेट का साथ पल पल का है । क्लास के घंटे छोड़ दे, तो उनका सारा दिन इंटरनेट के साथ गुजरता है । क.खग. मानती है कि इंटरनेट के चक्कर में उनकी पढ़ाई प्रभावित हो रही है । लेकिन वह इससे दूर नहीं रह सकती । दरअसल वह इंटरनेट एडिक्शन या अब्यूज़ डिस्आर्डर ( आई ए डी ) की चपेट में है । इसे इंटरनेट ओवरयूज , प्रोब्लमैटिक कम्प्यूटर यूज या पैथोलॉजिकल कम्पयूटर यूज भी कहा जाता है , जिसका मतलब कम्प्यूटर , लैपटॉप, टैबलेट या सेलफोन पर इंटरनेट का जरुरत से ज्यादा इस्तेमाल है । इतना इस्तेमाल कि वह जिन्दगी में दखलअंदाजी करने लगते है ।
चीनमें इंटरनेट एडिक्ट पर हुई ब्रेन मैपिंग स्टडी में खुलासा हुआ कि यह लत दिमाग पर उसी तरह से असर डालती है , जैसे कोकेन या अल्कोहल एडिक्शन । वर्चुअल एडिक्शन के लेखक डेविड ग्रीनफील्ड के मुताबिक, इंटरनेट उसी तरह का डोपामाइन रश देता है, जो हमे जुआ खेलने से मिलता है । हाल ही में अथॉन्टिफिकेशन फर्म सिक्यारएन्वॉय की स्टडी से पता चला कि नोमोफोबिया ( नो मोबाइल फोबिया ) लगातार बढ़ रहा है । और 66 % लोग इसकी ज़द में है । दिलचस्प है कि बटुआ खोने की सुचना औसतन 26 घंटे में दर्ज कराई जाती है , जबकि फोन खोने की शिकायत औसतन 68 मिनट में हो जाती है ।
इंटरनेट से पढ़ाई लिखाई व दूसरे कामकाज या जानकारी लेना सही है । लेकिन, अगर यह आपकी ज़िन्दगी में खलल डालने लगे, आपकी नीन्द खराब करे, रिश्तें बिगाड़े, तो इंटरनेट से दोस्ती तोड़कर कुछ वक्त का ब्रेक ले लें ।

आप वर्चुअल एडिक्ट है अगर
# इंटरनेट पर तय लक्ष्य से ज्यादा वक़्त गुजारते है और ख़ुद पर कंट्रोल नहीं रहता ।
# नींद खुलने पर अपना फोन, टैबलेट, लैपटॉप या कंप्यूटर चेक करते है अथवा खोलकर बैठ जाते है ।
# मूड ऑफ होने पर इन गैजेट की ओर भागते है ।
# गैजेट से दूर होने पर खालीपन लगता है ।
# फेसबुक और चैटिंग या दूसरी वर्चुअल चीजों को जरुरत से ज्यादा भाव देते है ।
# कोई आपको इंटरनेट से दूर रहने की सलाह दे तो आप चिढ़ने लगते है ।

कैसे बचा जाए एडिक्शन की बला से
# इंटरनेट इस्तेमाल करने बैठे, तो वक्त तय करके अलार्म लगाइए और उसके बजते ही खड़े हो जाइए ।
# पढ़ाई या कामकाज के लिए नेट इस्तेमाल कर रहे है , तो काम खत्म होने पर तूरंत गैजेट से दूर हो जाइए ।
# परिवार और समाज में सक्रिय रहिए, ताकि अकेलेपन से बच सके ।
# अगर नेट की लत लग गई है, तो दोस्तो या परिवार के सदस्यों से इस तकलिफ को सांझा कीजिए ।
# रात में अपना फोन बिस्तर से दूर कपबर्ड में और लेपटॉप कहीं और रखिए ।


।। सुविचार ।।
अगर शनिवार व रविवार आपको उत्साहित नही करते तो आपको अपने मित्र बदलने की जरुरत है ।
अगर सोमवार आपको प्रोत्साहित नही करता तो आपको व्यवसाय बदलने की जरुरत है ।

भगवान से कैसे बात करें हम . . . . How To Speak With GOD. . . .


दादा जी बैठे बैठे अखबार पढ़ रहे थे । कमरे में उनकी 5 वर्षीय पोती भगवान के सामने हाथ जोड़े बैठी कुछ बुदबुदा रही थी । नन्ही पोती को इस तरह प्रार्थना करते देख दादाजी को सुखद आश्चर्य हुआ । सो, वह ध्यान से सुनने लगे कि पोती आख़िर भगवान से क्या कह रही है । लेकिन काफी ध्यान लगाने पर भी उन्हें कुछ समझ में न आया । उनकी पोती शब्द या वाक्य बोलने की बजाए क, ख, ग, घ, अ, आ, उ, इ जैसे अक्षर दोहरा रही है । उन्होंने पूछा , ' बिटिया तुम क्या कर रही हो ?' पोती बोली, ' मैं प्रार्थना कर रही हूँ दादाजी। मुझे सटीक शब्द नहीं सूझ रहे हैं, इसलिए मैं अक्षर बोल रही हूँ। भगवन उन शब्दों को चुनकर सटीक शब्द बना लेगा, क्योकि भगवन जानता है की मैं क्या चाहती हूँ। '
कहीं, किसी और जगह , एक और दादाजी अपने पोते की प्रार्थना सुन रहे थे। यह पोता  भी बहुत छोटा था। इतना छोटा कि उसके पास बुद्धि तो थी पर स्वार्थ नहीं था। वह भगवन की शक्ति के बारे में जानता तो था, पर वेह यह नहीं जानता था की भगवन से डरना चाहिए या नहीं।
दादा ने सुना म पोत कह रहा था, ' हे भगवन, मेरे पापा की रक्षा करना और मेरी मम्मी की भी और मेरी बहन की और मेरे भाई की और मेरे दादा-दादी की भी रक्षा करना। तू मेरे सभी दोस्तों को अच्छे से रखना और पड़ोस वाले अंकल आंटी को भी। आया और उसके छोटू की देखभाल की जिम्मेवारी भी तेरी है।
और हाँ, तुझे मेरे कुत्ते की भी अछि तरह से देखभाल करनी है। और हाँ भगवन, ध्यान से अपनी भी देखभाल करते रहना। अगर तुझे कुछ हो गया , तो हम सब बहुत मुसीबत में फंस जाएंगे।'
भगवन भोग नहीं भाव के भूखे है। वह शब्द नहीं भावना पर ध्यान देते है। भगवन की कृपा चाहिए तो आडम्बर छोड़कर निश्छल होना पड़ेगा। भगवन को पाने के लिए भोलापन चाहिए।

Mr. AppLock Nokia Symbian Belle Anna s60v5

नोकिया के मोबाइल में हमारे डाटा की निजिता का कोइ प्रावधान नहीं है । क्योकि नोकिया का Symbian Operating System में ऐसा कोई विकल्प नहीं है। अगर हमे अपने निजि डाटा को निजि रखना है अर्थात् किसी के साथ सांझा नही करना , तो हमे किसी एपलिकेशन की जरुरत है जो हमारे डाटा पर अवांछनिय लोगो की पहुँच पर पाबंदी लगाए । 


 Mr. AppLock ऐसी ही एपलिकेशनस मे से एक है ।
मुख्य बिन्दु
+ प्रयोग करने में बहुत सरल है ।
+ सभी Installed एपलिकेशनस, Gallery, Messages, Videos, Contacts को पासवर्ड से ताला लगा सकता है ।
+ मोबाइल चालु होने पर स्वतः प्रक्रिया में आ जाता है ।
+ मोबाइल में बहुत कम जगह लेता है ।
+ मोबाइल की चाल को धीमा नही करता ।
+ Singned copy है ।
+ विशेषत: स्पर्श चालित मोबाइल के लिए बनाया गया है।


रविवार, 16 दिसंबर 2012

दिल का वाल्व बदलेगा सिर्फ एक घंटे में TAVI


भारतीय मूल के ब्रिटिशर डाक्टर की अगुवाई मी चिकित्सको के एक दल ने दिल की वाल्व को बदलने के लिए एक नयी तकनीक ईजाद की है जिसमे बस एक घंटे में एक सुराख के जरिये वाल्व को बदल दिया जाता है। इस तकनीक से दिल के उन मरीजो को फायेदा होगा जो इस कदर कमजोर होते है की दिल की ओपन हार्ट को बर्दाश्त नहीं कर सकते। सेंट थामस अस्पताल के विनायक बाटक और उनकी टीम ने यह प्रक्रिया तैयार की है। जिसे ट्रांस्कैठेत्कर एरोटिक वाल्व इम्प्लांटेशन ( टी . ए . वी . आई . ) नाम दिया गया।इसमें दिल का वाल्व  होने की सर्जरी लोकल अनेस्थिसिया के तेहत होती है। और इसमें बाइपास सर्जरी की भी जरुरत नहीं होती।

होंठों की देखभाल - Lips Care Tips


होंठों की ख़ूबसूरती निखारने के लिए लिपस्टिक लगा लेना ही काफी नहीं है।होंठों की नियमित देखभाल और होंठों के मेकअप की सही जानकारी का होना भी उतना ही जरुरी है। तो चलिए जानते है लिप आर्ट के बारे में।

ऐसे करे होंठों की देखभाल 
होंठों की त्वचा में कोई तेलिए ग्रंथि नहीं होती। इसलिए उनकी उचित देखभाल न होने पर होंठ सूख कर फटने लगते है और उनमे दरारे पड़ने लगती है।
रात को सोते समय होंठो पर लिप बाम लगाये। कुछ विटामिन जैसे बी,सी, व इ की कमी से होंठ बेहद प्रभावित होते है इसलिए अपने आहार में इनका समावेश जरुर करे। 
चुकंदर का रस होंठों के लिए बेहद फायदेमंद होता है। इसके नियमित सेवन से होंठ खूबसूरत लगते है।
बहुत पुराणी लिपस्टिक का प्रयोग न करे . इस से होंठ काले पड़ सकते है।
लिपस्टिक  समय ब्रश का प्रयोग करे। इस से लिपस्टिक लम्बे समय तक टिकी रहती है।
लिपस्टिक रिमूवर होंठों के भीतरी जमी लिपस्टिक को भी साफ़ कर देता है, इसलिए इसका इस्तेमाल बेहद जरुरी है।

मिनिषा लाम्बा को ऐतराज़ नहीं

आज कल फ़िल्में अपनी अश्लीलता के कारन ज्यादा चलती है।जितने ज्यादा बोल्ड सीन एक फिल्म में होंगे , फिल्म की कमयाबी की उम्मीद उतनी ही ज्यादा होगी। ऐसा ही कुछ अगले साल रिलीज़ होने वाली फिल्म 'ज़िला गाज़ियाबाद' के साथ भी होने वाला है।
यह  इसी फिल्म का एक  सीन है। इसमें अर्शद वारसी मिनिषा लाम्बा के साथ क्या कर रहे है  यह बताने की जरुरत  है। इस सीन की  वजह से ये फिल्म बहुत सुर्खियाँ बटोर  है। इस एक सीन में इतना कुछ है तो पूरी फिल्म में क्या होगा इसका अंदाज़ा  हम लगा सकते   है।
मालूम हुआ है की मिनिषा और अर्शद  बहुत अच्छे दोस्त है इसलिए उन्हें ये सीन करने में कुछ ज्यादा दिक्कत नहीं हुयी।हाँ, मगर उन्हें ये सीन करने के लिए कई बार बार रिटेक करना पड़ा।

शनिवार, 15 दिसंबर 2012

ट्री हाऊस - Tree House

माता पिता अपने बच्चों के लिए क्या कुछ नहीं करते, इसकी असंख्य उदाहरण देखने को मिलते हैं। कभी कभी तो बच्चे की एक छोटी सी बात माता-पिता को प्रभावित कर देती है कि वे उसकी कल्पना को साकार रूप देने मे कोई कसर नर्ही छोड़ते। इंगलैंड के बोर्नमाऊथ निवासी ग्रेग होवे ने अपने पुत्र हैरी को प्रभावित करने के लिए एक अद्भुत कार्य किया।



वास्तव मे हुआ यह था कि बीते वर्ष के 5 फुट के क्रिसमस ट्री से हैरी खुश नहीं था। उसे खुश करने के लिए ग्रेग ने अपने घर के एक कमरे को 'ट्री हाऊस' का रूप दे दिया।बाहर से यह कमरा ऐसा दिखता था जैसे इसकी पहली मंजिल से शुरू हुआ वृक्ष सीधा छत से बाहर निकलता है।

यह वृक्ष पूरा नहीं था बल्कि वृक्ष का भ्रम था। ग्रेग ने 35 फुट ऊन्चा एक वृक्ष खरीदा और लिविंग रुम में इसका तना फिट करने के बाद इसका दूसरा टुकड़ा मध्य में स्थित एक बैडरूम में और बाकी का हिस्सा छत पर फिट किया था। इस प्रकार ग्रेग के घर के बाहर से देखने पर ऐसा लगता था जैसे किसी घर के अंदर एक पूरा वृक्ष उगा हो। इस वृक्ष को देख कर हैरी वाकई प्रभावित हुआ होगा क्योंकि यह उसके पिछले क्रिसमस ट्री से कई गुना बड़ा था।

मनपसंद कार्टून कैरेक्टर के साथ बच्चो की मस्ती



कार्टून नैटवर्क की ओर से आयोजित 'गो एक्टिव डबल अप' इवेंट में सौ स्कूलोर के सैकड़ों बच्चों ने रविवार ( ०२-१२-२०१२ ) को शिरकत की। इस दौरान बच्चो ने अपने मनपसंद कार्टून करेक्टर के साथ जमकर मस्ती की। बच्चो के साथ साथ उनके अभिभाव भी बड़ी संख्या में वहाँ पहुँचे।


कार्टून नैटवर्क ने बच्चो और उनके अभिभावकों के लिए कई गेम्स भी रखे थे। तकरीबन डेढ़ घंटे चले इस कार्यक्रम का सभी ने भरपूर लुत्फ उठाया। कार्टून नैटवर्क द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में स्कूली बच्चो को उन कार्टून करेक्टर के कास्ट्यूम को देखने और उनके साथ मस्ती करने का मौका मिला जो अभी लांच होने वाले है। गुड़गांव के निजि बड़े स्कूलो के बच्चो में कार्टून नेटवर्क ने कूपन बाँटे थे। यही कारण था कि लेजर वैली में सैंकड़ों की संख्या में बच्चें उमड़ें। सभी ने विभिन्न प्रकार के रोचक गेम्स में हिस्सा लिया। इस दौरान बच्चो को पुरस्कार भी दिए गए। बेन 10, टॉम एंड जैरी, ओगी एंड कॉक्रोचेज के साथ साइबर सिटी के बच्चो की सुबह बहुत रौनक वाली बन गई। इस कार्यक्रम का मकसद बच्चो में फिजिकल एक्सरसाइज कराने का था। मस्ती के साथ गेमिंग का मजा लेने वाले बच्चो ने खूब दौड़ भाग की। लेजर वैली में थ्री लेग रेस , ह्यूमन फूस बॉल, टैग आफ वार और जुंबा गेम्स का बच्चो के लिए आयोजन किया गया।

विंटर डिप्रैशन सिंड्रोम - Winter Depression Syndrome


सर्दी आते ही विंटर डिप्रेशन सिंड्रोम सक्रिय होने लगता है। यह एसा सिंड्रोम है, जो व्यक्ति को अवसाद की ओर ले जाता है। अगर समय पर सही इलाज या काउंसलिंग न मिले तो व्यकति आत्मघातक कदम उठा सकता है।
सिविल अस्पताल के मनोरोग विभाग में इन दिनों विंटर डिप्रेशन सिंड्रोम से प्रभावित मरीजों के पहुँचने का सिलसिला शुरू हो गया है। मनोरोग विशेषज्ञ बताते है कि सर्दी के मौसम में अवसाद में जाने की संभावना 60 से 70 फीसदी तक बढ़ जाते है । व्यक्ति खुद को अकेला महसूस करता है । चिकित्सीय भाषा में इसे सीजनल इफेक्टिव डिस्आर्डर भी कहा जाता है ।
कारण
विंटर डिप्रेशन सिंड्रोम की मुख्य वजह सन लाइट कम होने की वजह से मस्तिष्क में होने वाला केमिकल असंतुलन बताया गया है । सर्दी में दिन छोटे होते हैं और सूर्य की रोशनी पर्याप्त नहीं मिल पाती, लिहाजा केमिकल असंतुलन होता है, जिस कारण व्यक्ति खुद को अवसाद से ग्रस्त पाता है ।

नमक नमक का अन्तर - Small Story


हमारे नीतिशास्त्र में कई एसे प्रसंग है , जिनमें सद्कर्म को ही सफलता का मूल मंत्र बताया गया है । अगर कोई इससे विमुख होता है, तो यह मान लेना चाहिए कि वह भगवद्भजन से भी विमुख हो गया है , फिर वह चाहे कितनी भी त्याग तपस्या करे ।
              श्री सांगदेव संस्कृत महाविद्धालय , नरवर ( बुलंदशहर ) के कुलाधिपति तपोमूर्ति जीवनदत्त ब्रह्मचारी त्याग तपस्या की साक्षात मूर्ति थे । बड़े बड़े सन्त महात्मा तथा संस्कृत विद्वान पंडित जीवनदत्त के सत्संग के लिए उत्सुक रहा करते थे । वह प्रतिदिन गंगा स्नान के बाद गायत्री मन्त्र का जाप करते, ध्यायन लगाते और वृक्ष के नीचे छात्रो को संस्कृत, व्याकरण और धर्म शास्त्रो का अध्ययन कराते । स्वयं भोजन भनाते और उसे भगवान के प्रसाद के रूप में ग्रहण करते थे । एक दिन उनकी रसोई में नमक नहीं था । दूसरे दिन भोजन बनाते समय दाल चावल के पास नमक रखा देखा, तो सेवक से पुछा , आज यहाँ नमक है, क्या शहर से मंगवाया था ? सेवक बोला, महाराज, शहर तो कल आदमी जाएंगे, मैं छात्रावास से थोड़ा सा नमक आपकी रसोई के लिए ले आया था । यह सुनते ही कुलाधिपति जी बोले, यह तुमने अच्छा नहीं किया । मेरी दाल में छात्रों की रसोई का नमक नहीं डालना चाहिए था । भविष्य में एसा कभी मत करना ।
ऐसे थे आदर्शवादी कुलाधिपति पंडित जीवनदत्त जी ।

शनिवार, 8 दिसंबर 2012

फूल - Flowers

फूल प्रकृति की सबसे सुन्दर रचना है । इतने रंग और डिजाइनों में है कि देख देख न मन भरे और न आंखे थके । जानते है कि दुनिया भर में इसकी कितनी किस्मे हैं ? करीब दो लाख 75 हजार । कुछ फूल तो अजीब शकल वाले होते है । जैसे कुत्ता फूल , बटरफलाई फूल


रोमांस, रीति रीवाज , धर्म व पूजा आदि के लिए अलग अलग किस्म के फूल दिए व लिए जाते है । कुछ फुलो से दवाईया बनाई जाती है । कुछ फुल हिंसक होते है । वे मुँह खोल कर रखते है और जैसे ही कोई कीट-पतंगा मुँह में घुसता है मुंह बंद कर लेते है ।


भावनाए व्यक्त करने के लिए फूलों का सबसे ज्यादा इस्तेमाल होता है । इस टर्म को फ्लोरियोग्राफी कहते है । प्यार के लिए लाल, दोस्ती के लिए पीला व झगड़ा खत्म करने के लिए सफेद फूल दिए जाते है । परफेक्ट लव के लिए ट्यूलिप व गुड लक के लिए कारनेशन फ्लावर बेस्ट रहता है ।


वैसे तो हर देश का अपना एक राष्ट्रीय फूल होता है पर अमेरिका इस मामले में अपवाद है । हालांकि उसके हर राज्य का अपना एक फूल जरूर है । भारत का नेशनल फूल कमल है तो आयरलैंड कग शैमरॉक व फ्रांस का फ्लावर द लिस है ।


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मंगलवार, 4 दिसंबर 2012

अदभुत - Amazing


अमेरिका के कन्यास सिटी में स्थित नैलसन एटकिन्स म्यूजियम ऑफ आर्ट मे एक बैडमिंटन शटल कॉक प्रदर्शन के लिए रखी गई है जो 18 फुट ऊंची तथा 5500 पाऊंड वजन की है।




ब्रिटिश मैकेनिक एंडी सांडर्स ने एक फोक्सवैगन कैंपर कार को मात्र 3.3 फुट ऊंची कार में बदल दिया था ।





तुर्की के एसरैफ अरमागाम हालांकि जन्म से अंधे है, फिर भी वह एक चित्रकार के तौर पर काम कर के अपनी आजीविका कमा रहे है ।

ओज़ोन परत - Ozone Layer

                                          

मार्च 1985 में ब्रिटिश अन्टार्कटिक सर्वे ने अन्टार्कटिक के ऊपर ओज़ोन गैस की परत में छेद खोज निकाला था।पृथ्वी के ऊपर 24 से 40 किलोमीटर के क्षेत्र में बना सुरक्षा कवच यानी ओज़ोन परत सूर्य से आने वाली पैरा-बैंगनी किरणों को सोख लेता है। ओज़ोन एक तरह की ऑक्सीजन है। सूर्य की पैरा-बैंगनी किरणों से मनुष्य में कैंसर हो सकता है।इस छेद की खोज ने सुनिश्चित कर दिया था कि कलोरो फ्लोरो कार्बनस ( सी. एफ. सी. ) नामक रसायन का उत्सर्जन ओज़ोन को नष्ट कर रहा था और घातक पैरा-बैंगनी किरणों को पृथ्वी पर पहुँचा रहा है। सी.एफ.सी. का प्रयोग एरोसोल्स , रैफ्रीजरेटर्स तथा एयर कंडीशनर्स में किया जाता है।

कठिन काम - बाल कविता - Kids Poem

कठिन काम को पहले कर के,

तुरंत उसे निपटाओ ।


कठिन काम को हौवा न समझो,


खौफ न उस से खाओ ।


कठिन काम को कभी न टालो,


न कल के लिए लटकाओ ।


कठिन काम भी करना तो होगा,


अपने मन को यह समझाओ ।


कठिन काम से छुटकारा पा कर,


अपने सिर से बोझ हटाओ ।


कठिन काम पहले करने की,


आदत अभी से बनाओ ।