सोमवार, 21 जनवरी 2013

सफ़र रहे सुखद और सुहाना For Your Happy Journey


यात्रा में कुछ लोग साथ हो तो बड़ा मजा आता है। गपशप और खान-पान में व्यस्त रहने से दूरी तथा समय का पता ही नहीं चलता। लेकिन कई बार ऐसे मोके भी आते है जब आपको अकेले ही सफ़र पर जाना पड़ता है। रोजगार हेतु परीक्षा या साक्षात्कार, नौकरी या किसी अन्य आवश्यक कार्यवश आपको अकेले ही सफ़र करना पद सकता है।ऐसे स्थिति में घबराएं नहीं कुछ बातों का ध्यान रखें-

+ अकेले यात्रा पर जाने का दिन निश्चित हो तो पहले से ही आरक्षण करवा लें ताकि यात्रा से ठीक पहले लायीं में खड़ा न होना पड़े और सीट भी मिल जाएँ।

+ बस या ट्रेन के रवाना होने का सही समय मालुम कर लें। समय पर घर से रवाना हो जाएँ।इससे आप घबराएंगे नहीं और बस या ट्रेन छूटने का भय भी नहीं रहेगा।

+ अकेले यात्रा कर रहे है तो सामान भी आपको अकेले ही उठाना है। इसलिए सामान कम-से-कम रखें।

+ यदि साक्षात्कार या नौकरी सम्बन्धी कार्य के लिए जा रहे है तो अपने सभी कागजाद पहले से ही चेक कर के फाईल में रख लें।

+ बिस्किट,नमकीन, फल, पानी इत्यादि लेना मत भूलें। इस से  आपको हर स्टेशन पर उतरने की जरूरत नहीं रहेगी।

+ सहयात्रियों से सामान्य बातचीत करें लेकिन यह न बताएं की आप कहाँ जा रहे है और क्यों जा रहे है।

+ सहयात्रियों से खाने-पीने की कोई भी चीज कतई स्वीकार न करें।

+ घर से चलने से पहले मोबाईल चार्ज करले और चार्जर साथ ले जाना न भूलें। अगर प्रीपेड नम्बर है तो पर्याप्त राशि डलवा कर रखें।

+ यदि किसी दोस्त या रिश्तेदार के यहाँ जाना है तो उनके पूरा पता और नम्बर लेलें। हो सके तो अपने आने सुचने पहले से ही देदे, ताकि वे आपको स्टेशन पर लेने के लिए आ सके।

+ अगर किसी होटल में रुकना हो तो किसी अच्छे होटल में रुकें, जो सुरक्षित भी हो और ज्यादा महंगा भी न हो और साथ ही आपके कार्यस्थल से ज्यादा दूर भी न हो।

+ एक-दो पात्र पत्रिकाएं भी साथ लेले ताकि सफ़र के दौरान बोरियत न हो।

+ बस व् ट्रेन में अपने सामान का पूरा ध्यान रखें। संभव हो तो अपने अटैची व् बैग आस-पास ही रखें।

+ सफ़र में सोबर कपडे पहने। शालीनता रखें। भाद्किलें वस्त्र आपको परेशानी में दाल सकते है।

+ सोने-चांदी के आभूषण न पहने। अधिक नकद राशि अपने साथ न रखें। डेबिट या क्रेडिट कार्ड का उपयोग करें।

+ कुली या टैक्सी करते समय भाड़ा पहलेही तय करले। इससे बाद के विवाद से आप बाख जायेंगें।


सुविचार-
बुराईयाँ जीवन में आए इससे पहले उन्हें मिट्टी में मिला दो, अन्यथा वो तुम्हें मिट्टी में मिला देंगी ।

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