विशेषज्ञों के अनुसार अनिंद्रा के कारन अल्सर की सम्भावना बढ जाती है . इसलिए देर रात तक काम करना या देर से सोना ठीक नहीं। विशेषज्ञों के अनुसार पेट और छोटी आंत में ऐसे रसायन पाए जाते है जो क्षतिग्रस्त हुए ऊतकों की मुरम्मत करते है। अगर व्यक्ति देर से सोता है या अनिंद्र की समस्या से ग्रस्त है तो अल्सर का विकास होने की सम्भावना बढ जाती है।
इंग्लैण्ड में यूनिवर्सिटी आफ न्यूकैसल के विशेषज्ञों ने एक शोध ने इस बात अध्ययन किया की व्यक्ति की नींद की आदतों का उसके शारीर पर प्रभाव पड़ता है। इस शोध में विशेषज्ञों ने टी .एफ .एफ . 2 नामक एक प्रोटीन के स्तर की जांच की,जो ऊतकों की मुरम्मत करता है। इस स्तर की जांच करने पर उन्होंने पाया की रात के समय यह प्रोटीन सबसे अधिक उत्पादित होता है और दिन समय कम।विशेषज्ञों के अनुसार हमारे पेट की अंदरूनी सतह पर हमारे द्वारा ग्रहण किये गए आहार से क्षति पहुँचती रहती है। और इसके लिए सबसे अधिक महत्वपूर्ण है की जो ऊतक क्षतिग्रस्त हो रहे है उनकी जल्द ही मुरम्मत हो जाये। टी . एफ . ऍफ़ . 2 प्रोटीन का अधिक स्तर ही अल्सर होने की सम्भावना को कम कर देता है। इसलिए अगर आप भी देर रात तक पार्टी में रहता है या देर रात तक जागते है तो आज ही से समय पर सोना प्रारम्भ कर दें क्योंकि यह न केवल अल्सर की सम्भावना को कम करेगा बल्कि आपने शरीर को भी कच समय का आराम मिल सकेगा और आप सुबह चुस्त महसूस करेंगे।
सुविचार-
किसी भी बात के लिए परेशान न रहने का एक ही रास्ता है कि हर बात के लिए प्रार्थना की जाए ।
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