रविवार, 3 मार्च 2013

सूर्य से परे सबसे बड़े सौरमंडल की खोज


खगोलविदों ने धरती से 127 प्रकाश वर्ष दूर एक विशाल सौरमंडल की खोज की है। इसमें सात ग्रह हैं, जो सूर्य के समान तारे की परिक्रमा लगा रहे हैं। छह साल के शोध के बाद खगोलविदों ने दावा किया है कि हमारे सूर्य से परे इससे बड़े सौरमंडल की खोज पहले कभी नहीं की गई। इसके पांच ग्रहों का आकार धरती की तुलना में 13 से 25 गुना के बीच बड़ा है।
‘द टेलीग्राफ’ में डॉ. क्रिस्टोफी लोविस के हवाले से कहा गया है कि नए सौरमंडल में पांच ग्रह होने की पुष्टि हो गई है, जबकि दो अन्य की मौजूदगी के बारे में ठोस प्रमाण मिले हैं। इसमें ग्रहों के बीच की दूरी हमारे सौरमंडल के समान ही है।
इसके ग्रहों के बीच गुरुत्वाकर्षण की अंत:क्रिया बेहद जटिल है। इसके अध्ययन से खगोलविदों को सौरमंडल के विकास की प्रक्रिया को समझने में मदद मिलेगी। यूरोपियन सदर्न ऑब्जर्वेटरी के खगोलविदों ने डॉ. लोविस के नेतृत्व में ही यह शोध किया था। 

अब तक 15 सौरमंडल:
खगोलविद अब तक ऐसे 15 सौरमंडलों की खोज कर चुके हैं, जिनमें कम से कम तीन ग्रह हैं। इससे पहले ‘कैंससिरी’ सौरमंडल की खोज की गई थी। उसमें पांच ग्रह और दो गैस पिंड थे।

नए सौरमंडल पर एक नजर
+ इसके मुख्य तारे का नाम ‘एचडी 10180’ है। यह धरती से 127 प्रकाश वर्ष दूर ‘हाइड्रस’ स्थित दक्षिणी तारापुंज में है।
+ इसके पांच ग्रहों का द्रव्यमान नेपच्यून के समान है। इन ग्रहों का आकार धरती के मुकाबले 13 से 25 गुना ज्यादा है।
+ अपने पैतृक तारे से इन ग्रहों की दूरी धरती से सूर्य की दूरी के मुकाबले 0.06 से 1.4 गुना ज्यादा है।
+ इन ग्रहों की परिक्रमा अवधि छह से लेकर छह सौ दिनों के बीच है।
+ इसमे शनि जैसे एक अन्य ग्रह की मौजूदगी के ठोस प्रमाण मिले हैं।
संभवत: एक अन्य ग्रह भी है, जिसका द्रव्यमान धरती की तुलना में 1.4 गुना ज्यादा है।
+ यह अपने तारे के बेहद नजदीक है। इसका एक साल धरती के सिर्फ 1.18 दिन के बराबर है।
+ यह ग्रह चट्टानी है और इतना गर्म है कि वहां जीवन संभव नहीं है।
+ खगोलविद अब तक ऐसे 15 सौरमंडलों की खोज कर चुके हैं, जिनमें कम से कम तीन ग्रह हैं।

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