मंगलवार, 4 दिसंबर 2012

ओज़ोन परत - Ozone Layer

                                          

मार्च 1985 में ब्रिटिश अन्टार्कटिक सर्वे ने अन्टार्कटिक के ऊपर ओज़ोन गैस की परत में छेद खोज निकाला था।पृथ्वी के ऊपर 24 से 40 किलोमीटर के क्षेत्र में बना सुरक्षा कवच यानी ओज़ोन परत सूर्य से आने वाली पैरा-बैंगनी किरणों को सोख लेता है। ओज़ोन एक तरह की ऑक्सीजन है। सूर्य की पैरा-बैंगनी किरणों से मनुष्य में कैंसर हो सकता है।इस छेद की खोज ने सुनिश्चित कर दिया था कि कलोरो फ्लोरो कार्बनस ( सी. एफ. सी. ) नामक रसायन का उत्सर्जन ओज़ोन को नष्ट कर रहा था और घातक पैरा-बैंगनी किरणों को पृथ्वी पर पहुँचा रहा है। सी.एफ.सी. का प्रयोग एरोसोल्स , रैफ्रीजरेटर्स तथा एयर कंडीशनर्स में किया जाता है।

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